Wednesday, 30 October 2013



जब ख्याल हर्फ़ बन
तुम्हारा नाम लेके
मेरे प्यार के धागे में बंध
माला गुथ सीने से लग
जायें .....

जब ख्वाब
तुम्हारी रंगीली बातों
में रंग कर
मेरी नींदों तक 
आयें ……

जब तुम्हारी याद में
आँखों का
पानी गिरता हुआ .....
गालों पर
चुम्बन रख जाये ....

जब हवाएं चले
मुझे छेड़ती सी
दुप्पटे को ले उड़े .....
और दुप्पटा छुड़ाने
कदम दौड़ते उसके 
पीछे तक जाये .....

जब गहरी काली रातों में
चुप चुप
चाँद को तलाशती हूँ
एक तेज़ चमकता तारा
उस पल जब नज़र
में भर जाये .....

जब महफिलों में महकते लोग
अपनी बासी बातों से
मेरा दिल सुलगा जायें ........
उस पल ……
तुम बहुत याद आये
बहुत याद आये ………

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