नन्हीं नन्हीं
ख्वाहिशें जन्मी है
जैसे पतझड़ के बाद
नन्हीं कलियाँ
नन्ही कोपले
बड़े आग़ाज़ का
छोटा सा ख़ाका
बड़ी उम्मीदों की
छोटी सी किरन
उगने दो इन्हें
पनपने दो
कल की धूप के लिए
इनके साये बनने दो
करो तैयारी
खूबसूरत शुरुआत कि
सजाओ बस्ती
अपने जहान कि
के फिर
मौसम ने करवट ली है
फिर
ख्वाहिशें जन्मी है
जैसे पतझड़ के बाद
नन्हीं कलियाँ
नन्ही कोपले
बड़े आग़ाज़ का
छोटा सा ख़ाका
बड़ी उम्मीदों की
छोटी सी किरन
उगने दो इन्हें
पनपने दो
कल की धूप के लिए
इनके साये बनने दो
करो तैयारी
खूबसूरत शुरुआत कि
सजाओ बस्ती
अपने जहान कि
के फिर
मौसम ने करवट ली है
फिर
क़िस्मत ने दवात दी है
फिर खुशियों ने रहमत की है
जगने दो ख्वाहिशें
पकने दो ख्वाहिशें
के नया कुछ होने को है
परिवर्तन होने को है
इंतज़ार ख़त्म होने को है
फिर खुशियों ने रहमत की है
जगने दो ख्वाहिशें
पकने दो ख्वाहिशें
के नया कुछ होने को है
परिवर्तन होने को है
इंतज़ार ख़त्म होने को है
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