Saturday, 6 July 2013

मौसम आज सुहाना है
गुनगुनाने की बात करते है
दिल से दर्द दे निकाल
फिर धडकनों की बात करते है
आसुओं की सीलन भूल
बारिशों की बात करते है
चलो आज फिर
जीने की बात करते है ....

सुखे फूलों को भूल कर
गुलशन की बात करते है
गम की शाम ढल चुकी
उजली सुबह की बातें करते है
चलो आज फिर
जीने की बात करते है ....

मुद्दते हुई आईना देखे हुए
आज सवरने की बात करते है
रुलाते पल पीछे छोड़े
हसीन वक़्त की बात करते है
चलो आज फिर
जीने की बात करते है ....

तोहमते लगी लगायी गयी
अब बस अपनी बात करते है
नफरतों से जहां भरा
हम प्रेम की बात करते है
चलो आज फिर
जीने की बात करते है .......

1 comment: