वास्ता बस यूँ कि
यादें आती रहें जाती रहें
इसी बहाने कभी यूँही कह
मुस्कुरा लिया करेंगे
गुज़रती बेहाल सी
रफ़्तार भरी ज़िन्दगी में भी
इसी बहाने कभी यूँही कह
दो घड़ी थम जाया करेंगे
दुखती आँखों पर भी
थोड़ा रहम हो जायेगा
इसी बहाने कभी यूँही कह
आंखे मूंद तुम्हें
देख लिया करेंगे
खोलती नहीं दुपट्टे की
वो गांठ चुभती है जो
ओढ़ने में….इसी बहाने
कभी यूँही कह तुम्हें
महसूस कर लिया करेंगे
मलती हूँ तुम्हारा नाम
हाथ पर अक्सर लिख कर
इसी बहाने तुम्हें यूँही कह
इन हथेलियों में छुपा लिया करेंगे
गला जब रुंध आये
और दम घुटने लगे
बाल्टी भर खुद पर उड़ेल लेंगे
इसी बहाने अब भी
तुम्हारी याद में यूँही कह
हम रो लिया करेंगे
हाँ उम्मीदें ख़त्म नहीं होतीं
कम्बख्त बस यही जिन्दा रखती हैं
चलो खैर इसी बहाने कभी यूँही कह
हम जी भी लिया करेंगे......
यादें आती रहें जाती रहें
इसी बहाने कभी यूँही कह
मुस्कुरा लिया करेंगे
गुज़रती बेहाल सी
रफ़्तार भरी ज़िन्दगी में भी
इसी बहाने कभी यूँही कह
दो घड़ी थम जाया करेंगे
दुखती आँखों पर भी
थोड़ा रहम हो जायेगा
इसी बहाने कभी यूँही कह
आंखे मूंद तुम्हें
देख लिया करेंगे
खोलती नहीं दुपट्टे की
वो गांठ चुभती है जो
ओढ़ने में….इसी बहाने
कभी यूँही कह तुम्हें
महसूस कर लिया करेंगे
मलती हूँ तुम्हारा नाम
हाथ पर अक्सर लिख कर
इसी बहाने तुम्हें यूँही कह
इन हथेलियों में छुपा लिया करेंगे
गला जब रुंध आये
और दम घुटने लगे
बाल्टी भर खुद पर उड़ेल लेंगे
इसी बहाने अब भी
तुम्हारी याद में यूँही कह
हम रो लिया करेंगे
हाँ उम्मीदें ख़त्म नहीं होतीं
कम्बख्त बस यही जिन्दा रखती हैं
चलो खैर इसी बहाने कभी यूँही कह
हम जी भी लिया करेंगे......
No comments:
Post a Comment